यूरोप की जॉर्जिया यूनिवर्सिटी का भारत में पार्टनर बना ट्राइएंगल एजुकेशन

स्टूडेंट्स को यूरोप की मानकता वाले हॉस्पिटल में मिलेगी ट्रेनिंग और आईपैड देने की भी है योजना नई दिल्ली, मई 6: यूरोप के देश जॉर्जिया देश की राजधानी त्बिलिसी में … Read More

श्री रमेश पाटिल ने अजिंक्य डी. वाय. पाटिल विश्वविद्यालय को दिए 1 करोड़ रुपये; डॉ. अजिंक्य ने जरूरतमंद युवाओंको की शिक्षा हेतु उपयोग करने का संकल्प लिया

पुणे,15 अप्रैल: लोहेगांव स्थित अजिंक्य डी. वाय. पाटिल विश्वविद्यालय में एक भावनात्मक व आध्यात्मिक समारोह का आयोजन किया गया, जहां श्री रमेश पाटिल और श्रीमती मनीषा पाटिल द्वारा विश्वविद्यालय को … Read More

भूमि और रियलमी ने टेक-संचालित शिक्षा और सामुदायिक विकास कार्यक्रम से 80K युवाओं को सशक्त बनाया

नई दिल्ली, अप्रैल 14: रियलमी और भूमि ने शैक्षिक और सामुदायिक विकास के कार्यक्रमों का संचालन करने के लिए साझेदारी की है। जहाँ भूमि भारत के अग्रणी नॉन-प्रॉफिट संगठनों में से … Read More

भारत नेशनल टैलेंट हंट 2025: “जनरल नॉलेज प्रतियोगिता” का भव्य आयोजन पूरे देश में

नई दिल्ली, 31 मार्च: NURCLM Educational & Skill Development Mission Foundation द्वारा भारत नेशनल टैलेंट हंट 2025 के अंतर्गत “जनरल नॉलेज प्रतियोगिता” का आयोजन पूरे भारत के सभी राज्यों में किया … Read More

Civilhindipedia: हिंदी माध्यम के छात्रों के लिए शिक्षा की नई क्रांति

नई दिल्ली, 21 मार्च:भारत में सिविल सेवा परीक्षाओं (UPSC & PSC) की तैयारी लंबे समय तक अंग्रेज़ी माध्यम की प्रधानता में रही है। हिंदी माध्यम के छात्रों को गुणवत्तापूर्ण सामग्री, … Read More

हेलो किड्स प्रीस्कूल चेन ने 1000वां सेंटर खोलकर राष्ट्रीय स्तर पर अपनी उपस्थिति बढ़ाई

नई दिल्ली, 11 मार्च:  भारत की पहली नो-रॉयल्टी मॉडल और सबसे बड़ी प्रीस्कूल चेन में से एक, हेलो किड्स ने भारत और बांग्लादेश में 1,000 सेंटर खोलकर एक महत्वपूर्ण उपलब्धि … Read More

वेदांत ने सुंदरगढ़ में सरकारी स्कूलों और आंगनबाड़ियों के बुनियादी ढांचे को बढ़ाया

दिल्ली, 4 नवंबर: भुवनेश्वर,04/11 –गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक व्यापक पहुंच और युवाओं को सशक्त बनाने के साथ सामुदायिक विकास के प्रति प्रतिबद्धता दिखाते हुए, भारत के सबसे बड़े एल्यूमीनियम उत्पादक वेदांत एल्युमिनियम ने आदिवासी … Read More

GS Yodha Book से UP पुलिस परीक्षा में 80-90% प्रश्न हू-ब-हू आये, सफलता की गारंटी

मेरठ (उत्तर प्रदेश), अक्टूबर 04: प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए बाजार में सैकड़ो पुस्तकें हैं लेकिन इन सभी पुस्तकों को पीछे छोड़ते हुये एक बार फिर GS Yodha ने … Read More

बच्चो की आत्महत्या के जिम्मेदार माता पिता या स्कूल कोचिंग ?

नई दिल्ली, सितम्बर 20: भारत में छात्र आत्महत्या के मामले लगातार तेजी से बढ़ रहे हैं। जितने भारत में टॉपर्स निकल रहे हैं, उससे 10 गुना ज्यादा बच्चे आत्महत्या कर रहे हैं। सिर्फ 10वीं-12वीं या कॉलेज के बच्चों के ही नहीं, बल्कि इससे भी ज्यादा कक्षा 4 से लेकर कक्षा 9 तक के बच्चे आत्महत्या कर रहे हैं। इसका जिम्मेदार कौन है? माता-पिता, स्कूल या खुद बच्चे? इसी विषय पर हमारी बातचीत BIYZEN Youth Services के डायरेक्टर श्री अमनदीप से हुई।अमनदीप ने इस मुद्दे को बहुत गंभीरता से समझाया।उन्होंने बताया कि भारत आधुनिकता की ओर तेजी से बढ़ रहा है, और इस बदलाव के सकारात्मक और नकारात्मक दोनों प्रकार के प्रभाव देखने को मिल रहे हैं। हर इंसान को तनाव का सामना करना पड़ता है, चाहे वह 8 साल का बच्चा हो या 60 साल का वयस्क। पिछले दो दशकों में मानसिक सहनशीलता की कमी के कारण कई बदलाव हुए हैं, जिससे तनाव और आत्महत्या के मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिली है। BIYZEN Youth Services हजारों बच्चों को आत्महत्या से बचा चुका है और उन्हें अपनी सेवाएं प्रदान कर चुका है। उनकी Stress Reliever Shield बच्चों को तनाव और आत्महत्या से बचाती है, जिससे बच्चों में आत्मविश्वास बढ़ता है और जीवन के मूल्यों को समझना आसान हो जाता है। अमनदीप ने बताया कि जब वह किसी माता-पिता से बात करते हैं, तो सभी यही कहते हैं कि “हमारे बच्चों को किसी प्रकार का तनाव नहीं है।” लेकिन जब उन्हें यह बताया जाता है कि जिन बच्चों ने आत्महत्या की, उनके माता पिता का भी यही जवाब था, तब उन्हें समझ आता है कि किसी की मानसिक स्थिति को बिना काउंसलिंग के समझा नहीं जा सकता, क्योंकि तनाव बताकर नहीं आता। स्कूलों में इस सेवा को देने पर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं मिलती हैं। अमनदीप ने बताया कि जब वह स्कूलों में जाकर अपनी सेवाएं बच्चों को देने की कोशिश करते हैं, तो कुछ स्कूल इसे मुफ्त में भी बच्चों तक नहीं पहुँचने देते। दुःख की बात तो यह है कि जिन स्कूलों के बच्चे आत्महत्या कर चुके होते हैं, वे भी माता-पिता को दोषी ठहराकर बच्चों तक यह सेवा नहीं पहुँचने देते। कुछ स्कूल इस सेवा का शुल्क बहुत अधिक बताकर मना कर देते हैं, तो कुछ यह कहकर मना करते हैं कि “हमारे बच्चों को इसकी जरूरत नहीं है, बाद में आना।” हालांकि, कई अच्छे स्कूल अपने बच्चों को यह सेवा देने के लिए खुद हमें बुलाते हैं और पूरा सहयोग करते हैं, क्योंकि उनके लिए बच्चों की ज़िंदगी सबसे ज़रूरी होती है। अमनदीप ने बताया कि कक्षा 1 से लेकर कक्षा 12 तक हर बच्चे को तनाव-राहत काउंसलिंग मिलनी चाहिए, ताकि बच्चों में सकारात्मकता लाई जा सके और जब भी नकारात्मकता या तनाव आए, उसे तुरंत दूर किया जा सके। सिर्फ स्कूल में काउंसलर उपलब्ध होना काफी नहीं है, 24×7 सपोर्ट भी जरूरी है। कई स्कूल और माता-पिता अब इसे समझ रहे हैं, और कई स्कूल व माता-पिता अपने बच्चों को खोने के बाद इसे समझ रहे हैं। BIYZEN Youth Services 105 रुपए प्रतिमाह से भी कम मेंयह सेवा दे रहा है, जिसमें बच्चों को 24×7 कवर मिलता है, जो कि एक मोबाइल रिचार्ज से भी कम कीमत में देतेहै। जो ऑनलाइन जाकर स्वयंकोई भी ले सकते है www.biyzen.com से BIYZEN YOUTH … Read More

Toppers की पहली पसंद Vidya Question Bank-2025

मेरठ, सितम्बर 19: अनेक विशेषताओं से युक्त सर्वश्रेष्ठ परीक्षा मार्गदर्शक, इसका कोई विकल्प नहीं 100% सफलता के लिए परीक्षार्थी Vidya Question Bank-2025 से करें तैयारी  Toppers की पहली पसंद Vidya … Read More